भारत टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है। फिर चाहे वह ब्लॉकचैन, AI या web 3 हो भारत हर सेक्टर में आगे बढ़ रहा है। इसी के चलते ग्लोबल टेक कंपनियों की नजर भारत पर बनी रहती है, और वह अपनी जगह बनाने के लिए अपनी और से नए-नए प्रयास भी करती रहती है। हाल ही में Core Foundation ने भारत के Web3 कम्युनिटी को बढ़ावा देने के लिए $5 मिलियन के इनोवेशन फंड की घोषणा की है। इस फंड का लक्ष्य Core Chain पर भारत के डिसेंट्रलाइस्ड एप्लीकेशन इकोसिस्टम को आगे बढ़ाना है साथ ही देश के Web3 कम्युनिटी को सशक्त बनाना, शिक्षा को बढ़ाना और पूरे भारत के फाउंडर्स और बिल्डर्स को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करना है।
ध्यान देने वाली बात यह है कि यह कदम कंपनी ने तब उठाया है जब देश तेजी से web3 इनोवेशन के ग्लोबल हब के रूप में उभर रहा है। बता दें कि भारत अपने बढ़ते स्टार्टअप लैंडस्केप के लिए जाना जाता है, और Web3 इकोसिस्टम भी इसमें पीछे नहीं है, जिसमें अब तक 450 से अधिक स्टार्टअप और कुल 1.3 बिलियन डॉलर का निवेश किया जा चुका है। Core Foundation इसी अवसर का फायदा उठाने के लिए भारत में अपना विस्तार कर रहा है।
इनोवेशन फंड के अलावा, Core Foundation इंडियन मार्केट में प्रवेश करने की योजना भी बना रहा है। इसमें Core Ambassador Program की मदद से बिल्डर मीटअप का आयोजन करना, हैकथॉन होस्ट करना और Web3 इनक्यूबेटरों और यूनिवर्सिटी के साथ सहयोग करना शामिल है। इसके साथ ही फाउंडेशन ने भारतीय Web3 वेंचर कॅपिटलिस्ट्स और एक्सेलेरेटर के सहयोग से एक एक्सेलेरेटर कार्यक्रम शुरू करने की भी योजना बनाई है, जो Core Chain के बिल्डरों कि बढ़ती कम्युनिटी को आवश्यक सहायता प्रदान करेगा।
यह पहली बार नहीं है जब किसी ग्लोबल कंपनी ने भारत की प्रगति को देखते हुए देश में विस्तार की योजना बनाई है। इस पहले भी भारत में बढ़ते ब्लॉकचेन के उपयोग को देखते हुए, ब्लॉकचेन प्रोटोकॉल Algorand (ALGO) ने देश में विस्तार किया था। यह तक की Microsoft जैसी ग्लोबल टेक कंपनी भी देश में AI के विस्तार को देखते हुए अपनी जगह बनाने का प्रयास कर चुकी है। साथ ही कई ग्लोबल क्रिप्टो एक्सचेंज भी देश में विस्त्रक करने का प्रयास कर चुके है हालाँकि यह अपने प्रयास में सफल नहीं रहे। लेकिन इस बात से यह तो सपष्ट है की दुनियाभर की टेक कंपनियों की नजर भारत में बढ़ते टेक लेन्द्स्कैप पर जो देश की उभरती स्थिति की उम्मीद रखती है।
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